Updates about Bishnoi Mahasabha clash
मुकाम , नोखा , 13 नवंबर
आज परसराम विश्नोई ने सुबह समाज बंधुओं से रातानाडा बिश्नोई धर्मशाला में आने हेतु आह्वान किया था ।
समाज बंधु रातानाडा धर्मशाला में इकट्ठे हुए और सबने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि समाज को दो फाड़ होने से बचाना है ।
इसलिए आज जो भी निर्णय लिया जाना है वो सबकी सम्मति से लिया जाना है । अतः सबने तय किया कि यहां से सभी मुकाम में आयोजित बैठक में भाग लेंगे और वहां सभी समाज बंधु मिलकर निर्णय लेंगे।
कुलदीप विश्नोई से वापस लिया “बिश्नोई रत्न” सम्मान
सबने सर्वसम्मति से फैसला की अंतर्जातीय विवाह करने वाला व्यक्ति समाज का रत्न कैसे हो सकता है। इसलिए तुरंत प्रभाव से इन्हें दिया गया सम्मान वापस लिया जाता है ।
संरक्षक पद हमेशा के लिए समाप्त
संरक्षक पद सर्वसम्मति से हमेशा के लिए खत्म कर दिया । अब इस पद पर महासभा किसी भी व्यक्ति को नियुक्त नहीं करेगी।
यह निर्णय महासभा के संविधान के अनुसार ही लिया गया है ।
परसराम विश्नोई ने अध्यक्ष पद लेने से किया मना
आज की मीटिंग की सबसे बड़ी बात थी समाज का दो फाड़ होने से बच जाना क्योंकि परसराम ने विनम्रता पूर्वक इस पद को अस्वीकार किया ।
उन्होंने कहा कि जब अध्यक्ष बदलने का अधिकार कुलदीप विश्नोई के पास है ही नहीं तो मैं अध्यक्ष कैसे हो सकता हूं।
समाज के अध्यक्ष आज भी देवेंद्र भाई है और आगे भी उनका नेतृत्व स्वीकार किया गया।
जल्दी ही होंगे चुनाव
सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि समस्त कार्यकारिणी का आगामी 4 से 6 महीने में चुनाव कराया जाएगा।
चुनाव तक वर्तमान निर्वाचित कार्यकारिणी अपना कार्य यथावत करती रहेगी।
कुलदीप को दिया कड़ा संदेश
आज की बैठक से कुलदीप बिश्नोई को समाज ने कड़ा संदेश दिया कि अब उनकी मनमानी समाज में नहीं चलेगी क्योंकि समाज की चौधराहट का हक वो खो चुके है।
इन्होंने हमेशा से समाज को बांटने का कार्य किया है अतः अब समाज इनमें रत्ती भर भी विश्वास नहीं करता।
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