Lawrence bishnoi how became a dangerous criminal
दुनिया में आज तक जितने भी अपराधी हुए है उनकी अपनी अलग अलग कहानी है।
कोई भी व्यक्ति शौक से अपराधी नहीं बनता जबकि कहा जाता है कि “अपराधी बनता नहीं बल्कि बनाया जाता है “।
आज भारत और भारत से बाहर एक शख्स की खूब चर्चा हो रही है , कोई उसको आधुनिक भारत का भगत सिंह बता रहा है तो कोई खूंखार अपराधी ।
सबकी अपनी अलग अलग सोच है । हर व्यक्ति का किसी के प्रति अपना अलग नजरिया होता है ।
ऐसे ही आज हम चर्चा करेंगे लौरेंस बिश्नोई की _ लौरेंस ने अपराध की दुनिया में कदम क्यों रखा , क्या मजबूरी थी कि आज उसको गैंगस्टर कह कर बुलाया जाता है।
लौरेंस आध्यात्मिक प्रवृति का व्यक्ति
कहा जाता है कि लॉरेंस धार्मिक प्रवृति का आदमी है । यह हनुमान जी का भक्त है । कभी मौन वृत रखता है तो कभी सावन में महादेव जी का उपवास।
आध्यात्मिक प्रवृति का व्यक्ति अपराधी कैसे हो सकता है यह बहस का विषय हो सकता है ।
अधिकतर लोगों को लगता है कि जेल में बंद लौरेंस के नाम का मिसयूज किया जा रहा है , जो भी अपराधी पकड़ा जाता है लौरेंस का नाम लेकर स्वयं को अपराध की दुनिया में चमकाना चाहता है ।
आइए जानते हैं लौरेंस के अपराधी बनने की कहानी
प्रेमिका के गम में बना अपराधी
सुनने में थोड़ा अजीब लगता है लेकिन लोग इसे वास्तविक बता रहे है । हालांकि लौरेंस गैंग के बारे में यह भी कहा जाता है कि गैंग के किसी भी सदस्य को गर्ल फ्रेंड रखने की अनुमति नहीं है फिर यह खबर कैसे सच हो सकती है ।
जब व्यक्ति का प्यार इस दुनिया से चला जाए जिसे वह बेइंतहा मोहब्बत करता हो तो व्यक्ति ऐसा ही हो जाता है , उसे दुनिया से फिर प्यार नहीं रहता।
यह कहानी लौरेंस जब दसवीं कक्षा में पढ़ता था तब से शुरू होती है । अपनी एक सहपाठी से दोस्ती बढ़ी और 12 th क्लास में आते आते वह प्यार में बदल गई।
दोनों ने कॉलेज में एडमिशन लिया और साथ कॉलेज आने जाने लगे । कहा जाता है कि सब को पता था वे दोनों एक दूसरे से प्यार करते है ।
फिर लौरेंस ने कॉलेज में अलग से एक विद्यार्थियों का संगठन बनाया और कॉलेज चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया ।
संगठन नया होने और अन्य किसी कारण से लौरेंस चुनाव हार गया । विरोधी पक्ष रोज ताना मारा करते थे और लौरेंस इन सब से बहुत चिढ़ गया था ।
एक दिन लॉरेंस की विरोधी पक्ष में किसी से झड़प हो गई और वह मामूली झड़प दुश्मनी में बदल गई । दोनों पक्षों में कई बार लड़ाइयां हुई । विरोधी पक्ष ने लौरेंस को डराने और धमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन वो लौरेंस को झुका नहीं पाए ।
जब कॉलेज में लौरेंस का वर्चस्व बढ़ने लगा तो उसकी प्रेमिका को डराया धमकाया जाने लगा।
कहा जाता है कि एक दिन उन्होंने लौरेंस की प्रेमिका की गोली मार कर हत्या कर दी । फिर क्या था लौरेंस के अंदर का मासूम दिल , अब खूंखार अपराधी में बदल गया । उसने बदला लेने की ठानी और विरोधी पक्ष के एक एक करके बड़े नाम वाले डॉनो को निपटाना शुरू कर दिया ।
यही से उसे जेल हुई । जेल से आने के बाद भी यह सिलसिला चलता रहा और हत्याएं कभी इधर से तो कभी उधर से होती रही।
देखते ही देखते लौरेंस अपराध के दलदल में फंसता गया जो आज तक बाहर नहीं निकल पाया।
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Team Bbnews29 : Click Here