A Man digitally arrest in his home
चंडीगढ़, 2 नवंबर : चंडीगढ़ में एक हैरान कर देने वाली घटना के तहत एक व्यक्ति को ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर 22 दिनों में 51 लाख ठग लिए।
चंडीगढ़ निवासी हरिनाथ हुए शिकार
ठगी का शिकार होने वाला व्यक्ति चंडीगढ़ का रहने वाला हरिनाथ है ।
हरिनाथ 2017 से तीन साल तक बैंक में नौकरी करते थे । कोरोना काल में हरिनाथ की नौकरी चली गई । बाद में वे एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक बन गए । अभी वे इसी स्कूल में शिक्षक की नौकरी करते है।
नौकरी के अलावा ये घर पर अपनी पत्नी के साथ बच्चों को ट्यूशन भी देते है ।
2 अक्टूबर से शुरू हुआ लूट का सिलसिला
2 अक्टूबर की रात को एक लड़की का फोन आया जिसने कहा कि वो एक टेलीकॉम कंपनी से बात कर रही है । दो घंटे बाद आपका फोन ऑटोमैटिक बंद हो जाएगा का संदेश हरिनाथ को सुनाया ।
लड़की ने कहा कि सात दिन पहले हरनाथ के आधार कार्ड से मुंबई में एक सिम इश्यू हुई है और इस सीम वार्ड के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में शामिल होने ओर साइबर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है ।
इसके बाद एक फर्जी पुलिस अधिकारी से भी बात करवाई । फर्जी पुलिस वाले ने बताया कि अपने नरेश गोयल नाम के व्यक्ति के साथ बहुत बड़ा फ्रोड किया है । तुम्हारे नाम से बैंक में खाता भी है उससे 6 करोड़ 80 लाख का ट्रांजैक्शन हुआ है ।
आपके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट इश्यू हो चुका है । पुलिस दो घंटे के अंदर तुम्हे गिरफ्तार कर लेगी ।
हरिनाथ इससे डर गया । बाद में फर्जी पुलिस वाले ने बताया कि मामला बहुत गंभीर है , इस मामले की जांच बाद में सीबीआई, आरबीआई और सुप्रीम कोर्ट करेगी । बाद में एक नकली सीबीआई वाले से भी बात कराई गई ।
आप मुंबई नहीं आ सकते तो घर से ही जांच में सहयोग करो
आप मोबाइल के जरिए हमसे जुड़े रहो, हम आपने सुबह दस बजे वापस बात करेंगे । आप अपनी सभी चल अचल संपतियों की जानकारी हमसे साझा करेंगे ।
अगर आप निर्दोष पाए गए तो आपको छोड़ दिया जाएगा । अगले दिन सुबह ठीक दस बजते ही ठगों का वीडियो कॉल आ गया ।
हरिनाथ ने उनको स्पष्ट बता दिया कि संपति के नाम पर उसके पास केवल 9 लाख का फ़िक्स डिपॉजिट है।
ठगों ने तुरंत बैंक जाकर वो 9 लाख ₹ उनके खाते में जमा कराने का ऑर्डर दिया ।
बैंक जाते समय भी वीडियो कॉल चलता रहा
हरिनाथ ने बताया कि उसे एक मिनट भी अकेला नहीं छोड़ा गया , यहां तक कि बैंक जाते समय भी वीडियो कॉल चलता रहा । दिन में बच्चों को पढ़ाने से लेकर बाजार में सब्जी लाने जाने तक की डिटेल भी शेयर करते रहे ।
हरिनाथ कहते है कि उनको रोज पैसे भेजने का सिलसिला तकरीबन 22 दिन तक चला । उस दौरान कुल 51 लाख ₹ ठगों के बैंक खाते में जमा करा दिए गए । हरिनाथ ने अपने सभी रिश्तेदारों , दोस्तों से पैसे उधार ले लिए ।
जब सभी लोगों ने और उधार देने से मना कर दिया और हरिनाथ भी मानसिक रूप से परेशान हो गए तो उन्हें अहसास हुआ कि कुछ ना कुछ गलत हो रहा है तब अपने सबसे करीबी दोस्त को आपबीती बताई । दोस्त ने पूरा किस्सा सुनते ही बता दिया कि आपके साथ फ्रोड हुआ है और आपको इतने दिन तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया था ।
दोस्त के कहने पर चंडीगढ़ साइबर थाने में ठगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई
साइबर थानाधिकारी ने बताया कि मामला बहुत संगीन है और हमने इसकी जांच शुरू कर दी है ।
साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार आजकल देश में डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं आम हो चुकी है इसलिए लोगों को बहुत सावधानी से काम लेने की जरूरत है ।
इस तरह का मामला होने पर घबराए नहीं और अपने दोस्तों से मामला जरूर शेयर करे ।
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Team Bbnews29: Click Here