Psycho killer ने एक रात में किए तीन मर्डर
Psycho killer ने एक रात में किए तीन मर्डर, story of a psycho killer
राजस्थान के भीलवाड़ा के एक साइको किलर की कहानी सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी । उसमें अपने दो करीबी दोस्तों वह मंदिर के गार्ड की हत्या कर दी ।
जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो पता चला कि वह और भी मर्डर करने वाला था। उसी रात को उसने अपने एक और दोस्त को 70 बार कॉल किया, लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं किया । यदि कॉल रिसीव करके वह उसकी बताई जगह आ जाता तो उसका भी मर्डर हो जाता ।
Psycho killer कौन है?
राजस्थान के भीलवाड़ा में ट्रिपल मर्डर का आरोपी दीपक नैयर नाम का एक व्यक्ति है । अपने घर पर दो दोस्तों का मर्डर करने के बाद दीपक कई घंटे तक भीलवाड़ा शहर में घूमता रहा।
दीपक ने अपनी बीपी बढ़ने का बहाना बनाकर दोस्त को घर पर बुलाने वाला था, लेकिन उसका दोस्त इरादा भांप गया और नहीं आया । दीपक ने उस दोस्त को घटना वाली रात 70 बार फोन किए थे।
दीपक के निशाने पर अय्यप्पा मंदिर के दो पुजारी और एक एएसआई भी थे। एक पुजारी उदयपुर चला गया वहीं दूसरा भीलवाड़ा मंदिर में ही था। दीपक ने करीब 17 घंटे में तीन मर्डर कर दिए।
Psycho killer 22 जनवरी को मोनू को मारना वाला था लेकिन संदीप भी साथ आ गया
दीपक ने पुलिस को बताया कि उसने मोनु की लव मैरिज कराई थी । वह उसकी पैसों से मदद भी करता था। शराब की आदत के कारण मोनू और उसकी पत्नी के बीच भी विवाद चल रहा था।
मोनू उसी के घर पर रहता था। मोनू ने उसके घर की दूसरी चाबी भी बनवा रखी थी। दीपक ने बताया कि मोनू ने उसे धोखा दिया था। ऐसे में 22 अप्रैल को उसने मोनू को बुलाया।
मोनू के साथ संदीप भी उसके घर आ गया। तीनों ने साथ में शराब पी। इसके बाद दीपक ने मोनू को धोखेबाजी का उलाना देते हुए पीटना शुरू कर दिया।
संदीप बीच में आया तो दीपक ने उसे लकड़ी से पीट कर बेसुध कर दिया जब दोनों बेसुध हो गए तो चाकू से उनके प्राइवेट पार्ट काट दिए।
प्राइवेट पार्ट काटने के बाद उसने सिलेंडर से सिर पर वार कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद वह अपने घर को ताला लगाकर बाइक से शहर घूमने निकल गया।
रात को 12 बजे तक अलग-अलग जगह पर शराब पी
दीपक ने मोनू और संदीप की हत्या करने के बाद अपने दोस्त प्रशांत को फोन करके बीपी बढ़ने की बात कही और घर पर बुलाया प्रशांत दीपक के पास नहीं आया ।
दीपक ने प्रशांत को करीब 70 बार फोन किया, लेकिन प्रशांत ने एक बार भी फोन नहीं उठाया। इसके बाद दीपक ने ओर बीयर पी। शाम को पैसे खत्म हो गए तो वह प्रताप नगर में रहने वाले अपने एक भाई के घर पर चला गया।
भाई घर पर नहीं मिला तो अपनी भाभी से उसे ₹5000 ले लिए इसके बाद दीपक एक बार चला गया और रात 10:00 बजे तक शराब पीता रहा।
इसके बाद वह यूआईटी के आगे एक फूड स्टॉल पर खाना खाने गया। उसके फोन पर ट्रांजैक्शन लिमिट पूरी हो गई ऐसे में वह रात 12:00 तक लिमिट शुरू होने का इंतजार करता रहा। इसके बाद उसने एक बार और बीयर पी तथा अय्यप्पा मंदिर चला गया।
मंदिर में वह पुजारी को ढूंढ रहा था लेकिन चौकीदार लाल सिंह उसके हत्थे चढ़ गया । उसने चौकीदार की भी हत्या करके उसका प्राइवेट पार्ट काट दिया । इस घटना के बाद दीपक को पुलिस ने सुबह उसके घर के बाहर से गिरफ्तार कर लिया।
परिजनों की मौत के बाद दीपक अकेला रहता था
पुलिस ने बताया दीपक के पिता आरपी सहदेव नायर आर्मी से रिटायर थे। वहीं दीपक की मां समता कुमारी भीलवाड़ा के एमडीएम अस्पताल में नर्स थीं। वर्ष 2007 में दीपक के माता-पिता की मौत हो गई थी।
इसके बाद कुछ समय के लिए वह अपनी बहन के पास रहा उसके बाद बहन से भी उसका झगड़ा होने लगा, तो बहन अपने परिवार के साथ अलग रहने चली गई। तभी से दीपक अपने घर में अकेला रहता था।
दीपक के एक दोस्त ने बताया कि वह शुरू से ही पढ़ाई में काफी होशियार था। अंग्रेजी में उसकी पकड़ काफी अच्छी थी।
अभी वह एक नेटवर्क कंपनी में निंबाहेड़ा क्षेत्र का एरिया मैनेजर था। हत्याकांड के दिन पहले ही वह भीलवाड़ा आया था।
एक दोस्त, दो पुजारी और एक एएसआई को ढूंढ रहा था
दीपक ने पुलिस को बताया कि वह अपने कई दोस्तों से नाराज था। एक दोस्त को सबसे ज्यादा ढूंढ रहा था जिसे उसके साथ धोखा दिया था।
दीपक ने अय्यप्पा मंदिर के पुजारी पर भी गलत काम करने का आरोप लगाया। वह भीलवाड़ा अय्यप्पा मंदिर के पुजारी की हत्या करने के बाद उदयपुर दूसरे पुजारी के पास जाने वाला था।
पुलिस पूछताछ में उसने एक एएसआई को भी रात में ढूंढने की बात कबूल की है। उसने बताया कि एएसआई ने हत्याकांड से 2 दिन पहले उसको पिटा था जिससे उसकी आंख में चोट आ गई थी।
दीपक के खिलाफ दर्ज है आठ मामले:
- वर्ष 2013 में दीपक ने प्रताप नगर पुलिस थाने में झगड़ा किया था। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उस दौरान दीपक ने जेल में करीब 20 लोगों को बुरी तरह पीटा था।
- साल 2016 में दीपक शोरूम से कार लेकर भाग गया था तेज कार चलाकर कई जगह तोड़फोड़ की थी। इस मामले में भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था।
- 2 साल पहले दीपक अपने गांव केरल गया था। वहां किराए की कार से उसने कई लोगों को टक्कर मारी थी। उसने स्थानीय लोगों और पुलिस वालों से भी झगड़ा किया था।
दीपक सीरियल किलिंग की वेब सीरीज देखने का आदी था
भीलवाड़ा के मनोचिकित्सक डॉक्टर वीरभान चंचलानी ने इन तीनों हत्याओं को लेकर आरोपी दीपक नायर की दिमागी स्थिति के बारे में अपनी राय रखी ।
उन्होंने बताया कि इस तरह के psycho killer पेशेंट का अपने दिमाग पर कोई कंट्रोल नहीं होता है। उस पर धुन सवार हो जाती है। कोई भी स्टोरी या घटना उसके मन में सेट हो जाती है। वह किसी व्यक्ति में अपना दुश्मन कैरेक्टर ढूंढ कर उसके साथ वैसा ही व्यवहार करता है।
मनो: चिकित्सक ने कहा कि ऐसे पेशेंट किसी भी हद तक जा सकते हैं। कई लोगों के संभालने पर भी यह काबू में नहीं आते हैं।
मर्डर के बाद भी आरोपी ने आराम से पानी पिया व खाना खाया। इससे दिखता है कि इनका अग्रेशन का लेवल अचानक बढ़ता है और फिर अचानक नॉर्मल भी हो जाता है।
क्योंकि दीपक सीरियल किलिंग की वेब स्टोरी देखना पसंद करता था। वह स्टोरी उसके दिमाग में छप चुकी थी ।उसी के अनुसार वह अपने करीबी लोगों का मर्डर कर रहा था।
अधिक जानकारी हेतु वेबसाइट विजिट करें : Click here